मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने जीवन के हर क्षेत्र में मूल्यों के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की है

शिमला मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने जीवन के हर क्षेत्र में मूल्यों के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की है तथा कहा कि इस स्तर में आ रही गिरावट पर अंकुश लाकर विश्वसनीयता बनाये रखने के लिए आत्म विश्लेषण किए जाने की आवश्यकता है। मुख्य मंत्री आज यहां भारतीय मीडिया सेंटर के हिमाचल चैप्टर द्वारा 'भारतीय मीडिया का बदलता स्वरूप' विषय पर आयोजित सेमिनार के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।

प्रो. धूमल ने प्रेस की महत्ता पर बल देते हुए कहा कि लोगों में राष्ट्रीयता तथा देशभक्ति की भावना पैदा करने में मीडिया के योगदान से सभी भलीभांति परिचित हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता एक पुनीत व्यवसाय मिशन है परन्तु बदलते समय के साथ-साथ गलाकाट स्पर्धा तथा व्यापारीकरण के कारण यह व्यवसाय अपने उद्देश्य से भटक रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति का सामना केवल पत्रकारिता ही नहीं बल्कि अन्य व्यवसायों तथा समाज के सभी वर्गों को भी करना पड़ रहा है तथा इस दिशा में सही कदम उठाये जाने की आवश्यकता है।

मुख्य मंत्री ने समाचारों की सामग्री के सही उपयोग पर बल देते हुए कहा कि पत्रकारों को समाचार देने से पहले तथ्यों की पूरी जानकारी हासिल करनी चाहिए क्योंकि गलत सूचना से समाज का अहित हो सकता है।

प्रो. धूमल ने कहा कि पिछले कुछ समय से प्रदत्त समाचार के प्रकाशन का प्रचलन बढ़ रहा है, जिससे लोकतंत्र के चैथे स्तम्भ प्रेस की स्वतंत्रता व भारतीय प्रजातंत्र को गंभीर खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्रेस, लोकतंत्र के अन्य तीन स्तम्भों के प्रहरी की भूमिका निभा रहा है और इसकी स्वतंत्रता को हर कीमत पर बनाये रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदत्त समाचारों के बढ़ते प्रचलन से न केवल भारतीय प्रेस की स्वतंत्रता के लिए खतरा बढ़ा है बल्कि इससे समाज को गलत रिपोर्टिंग के माध्यम से भ्रमित भी किया जा रहा है।

देश की एकता व अखण्डता को सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर बल देते हुए प्रो. धूमल ने कहा कि कुछ स्वार्थी धर्मनिरपेक्ष ताकतें देश की अखण्डता को नुकसान पहुंचान का प्रयास कर रहीं हैं तथा कहा कि मीडिया का दायित्व बनता है कि वह ऐसे स्वार्थी तत्वों के इरादों को नाकाम करने की दिशा में अपना योगदान दें।

मुख्य मंत्री ने पत्रकारिता व्यवसाय के नैतिक मूल्यों को बनाए रखने की दिशा में भारतीय मीडिया सेंटर की भूमिका की सराहना की तथा कहा कि पत्रकारों के लिए जागरूकता तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से प्रेस की स्वतंत्रता को बनाये रखने में मीडिया सेंटर की सराहनीय भूमिका रही है।

भारतीय मीडिया सेंटर के निदेशक श्री श्याम खोसला ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से मीडिया का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है परन्तु यह खेद की बात है कि इसकी विश्वसनीयता पर भी लोगों द्वारा प्रश्न उठाये जाने लगे हैं। उन्होंने प्रेस की स्वतंत्रता को बनाये रखने पर बल देते हुए कहा कि इस पुनीत व्यवसाय का दुरूपयोग स्वार्थ-सिद्धि के लिए नहीं किया जाना चाहिए तथा प्रेस को ही स्वार्र्थीं तत्वों को बेनकाब करना चाहिए। उन्होंने समचारों के तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि खोजी पत्रकारिता खत्म होती जा रही है।

श्री श्याम खोसला ने कहा कि पत्रकारों के लिए यह आवश्यक है कि वह समय≤ पर अपने ज्ञान व दक्षता को अपडेट करते रहें तथा देश में मीडिया शिक्षा में भी सुधार की नितांत आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि भारतीय मीडिया सेंटर ने इस व्यवसाय में श्रेष्ठता लाने को एक मिशन के रूप में अपनाया है तथा देश के विभिन्न भागों में कार्यशालाओं तथा प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि मीडिया सेंटर अपने इस उद्देश्य में सफल होगा।

भारतीय मीडिया सेंटर के हिमाचल चैप्टर के अध्यक्ष श्री प्रकाश चंद लोहमी ने मीडिया सेंटर की गतिविधियों का विस्तृत ब्यौरा देते हुए कहा कि हिमाचल चैप्टर का गठन दो वर्ष पूर्व किया गया है तथा मीडिया से जुड़े लोगों, प्रकाशकों, मीडिया एक्जीक्यूटिवस, जन सम्पर्क व्यवसायियों को चैप्टर का सदस्य नियुक्त किया गया है। उन्होंने समाचार पत्रों में प्रदत्त समाचारों की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की तथा कहा कि भारतीय मीडिया सेंटर लोगों विशेषकर पत्रकारों को इसके दुष्पणिामों के बारे जागरूक करने का कारगर कदम उठाएगा।

मीडिया सेंटर के हिमाचल चैप्टर की महासचिव श्रीमती अर्चना फुल्ल ने मुख्य मंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए मीडिया सेंटर द्वारा आयोजित इस सेमिनार पर विस्तार से प्रकाश डाला।

बाद दोपहर सत्र में माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल के श्री बी.के. कुठियाला जो कि भारतीय मीडिया सेंटर के उपाध्यक्ष भी हैं, ने भारतीय मीडिया के बदलते स्वरूप पर अपने प्रस्तुति दी। उन्होंने अपनी प्रस्तुति में साकारात्मक रिपोर्टिंग तथा समाचारों के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।

श्री श्याम खोसला ने इस सत्र की अध्यक्षता करते हुए कहा कि पत्रकारों में प्रेस के मूल्यों को बनाये रखने तथा समाज की बेहतरी के लिए लड़ने का साहस होना चाहिए।

वरिष्ठ पत्रकार प्रो. बेपा राव ने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।

भारतीय मीडिया के बदलते स्वरूप पर आयोजित इस विचार विमर्शपरक सत्र में मीडिया से जुड़े लोगों पत्रकारिता के विद्यार्थियों तथा अन्य प्रबुद्ध लोगों, ने भी विचारों का आदान-प्रदान किया।

हिमुडा के उपाध्यक्ष श्री गणेश दत्त, सचिव, सूचना एवं जन सम्पर्क श्री राम सुभग सिंह, वरिष्ठ अधिकारियों, पत्रकारों, पत्रकारिता के विद्यार्थियों तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी सेमिनार में भाग लिया।

Posted by BIJENDER SHARMA on 5:19 AM. Filed under , , . You can follow any responses to this entry through the RSS 2.0

0 comments for मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने जीवन के हर क्षेत्र में मूल्यों के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की है

Leave comment

Recent Entries

Recent Comments

Photo Gallery