फिल्म का शीर्षक ही ऐसा रखा है कि शालीन भाषा में उसे लिखा भी नहीं जा सकता

फिल्म का शीर्षक ही ऐसा रखा है कि शालीन भाषा में उसे लिखा भी नहीं जा सकता
बिजेंदर शर्मा
कौशिक मुखर्जी ने अपनी नई फिल्म का शीर्षक ही ऐसा रखा है कि शालीन भाषा में उसे लिखा भी नहीं जा सकता। फिल्म का शीर्षक एक बेहद भद्दा शब्द हो जो अश्लील वार्तालाप में समलैंगिक संबंध बनाने वाले पुरुष के लिए प्रयोग किया जाता है। एक भद्दे शब्द को फिल्म का शीर्षक बनाकर क्यू के नाम से पहचाने जाने वाले कौशिक मुखर्जी ने जता दिया है कि उनकी फिल्म कितनी बोल्ड होगी। फिल्म के ऑनलाइन ट्रेलर्स देखकर तो यही लगता है कि इसे सेंसर बोर्ड से पास कराने के लिए भी कौशिक को काफी मेहनत करनी पड़ेगी।वैसे फिल्म के शीर्षक ने इसे काफी चर्चित कर दिया है। रिलीज होने से पहले ही इस बंगाली फिल्म को न्यूयॉर्क में सातवें साउथ एशियन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया है भारतीय दर्शकों को इस फिल्म को बिना काट छांट के देखने के लिए काफी पापड़ बेलने पड़ेंगे। कानूनन रूप से भारत में इस फिल्म को बिना सेंसर किए देखना मुमकिन नहीं हो पाएगा।माना जा रहा है कि यह एक बेहद ही भद्दी फिल्म होगी जिसमें तुच्छ अपराधों और बंगाली रैप म्यूजिक को शामिल किया गया है। हालांकि निर्देशक का कहना है कि फिल्म हमारे समाज कि उस सच्चाई को दिखा रही है जिसे लोग जानते तो हैं लेकिन मानते नहीं। निर्देशक कौशिक सवाल करते हैं कि जब सेक्स हमारे जीवन का इतना महत्वपूर्ण हिस्सा है तो फिर हम इसे स्वीकार क्यों नहीं करते हैं।

Posted by BIJENDER SHARMA on 1:37 AM. Filed under , , , . You can follow any responses to this entry through the RSS 2.0

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