साचा कौन

विज्येंदर शर्मा
धर्मशाला ----भारत पाक के बीच प्रस्तावित कबड्डी मैच के आखिरी समय में वीजा न मिलने के प्रकरण को लेकर नया बवाल खडा हो गया है। वीजा देने की मनाही भारतीय उच्चायोग ने की जिससे मामला संगीन हो गया है। चूंकि आशंका जताई जा रही है कि कुछ जेहादी कबड्डी मैच के बहाने भारत में प्रवेश की फिराक में थे। जानकारी के मुताबिक भारत-पाक के मध्य कबड्डी का मैच हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला के सुजानपुर टीहरा के मैदान में 10 सितंबर शुरु होना था। इसके आयोजकों में से एक राजेन्दर राणा प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के खास चहेते रहे हैं। व सरकार बनते ही उन्हें मिडिया सलाहाकार बोर्ड का चैयरमेन बनाया गया। लेकिन वह एक विवाद की वजह से निकाले गये। अपने आपको भारतीय सर्कल कब्बडडी फैडरेशन का पदाधिकारी बताते हैं। हाल ही में एमच्योर सर्कल कबडडी फैडरेशन आफ इंडिया के भाजपा नेता राजेंद्र राणा को फैडरेशन का वाइस चेयरमैन और मीडिया एडवाइजर नियुक्त किया गया है।
लेकिन अब चौंकाने वाली खबर पाकिस्तान से आ रही है। वह यह है कि पाकिस्तान कबडडी फैडरेशन जिसने दावा किया था कि उसकी सहयोगी भारतीय संस्था ने उसे आमंत्रित किया है। व कार्यक्रम के मुताबिक भारत में 15 मैच खेले जाने थे। जिसका पहला मैच सुजानपुर में होना था। का सारा तामझाम ही फर्जी निकला। व उन खिलाडियों का पाकिस्तान की अधिकारिक कबड्डी फैडरेशन से दूर का भी रिश्ता नहीं था। इस संवाददाता को पाकिस्तान में अपने सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इसका खुलासा होते ही पाकिस्तान में हडकंप मच गया। और पाकिस्तान कबड्डी फैडरेशन ने न केवल इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क साधा बल्कि भारतीय एमच्योर कबड्ी फेडरेशन खेल मंत्रालय व विदेश मंत्रालय को भी इस फर्जीवाडे के बारे में आगाह किया। वहीं पाकिस्तान स्पोर्टस बोर्ड को जब इसकी भनक मिली तो उसने भी अपने चैनल से इन खिलाडियों के भारत में प्रवेश को रोकने की मुहिम शुरू की। इसी कडी में बताते हैं कि इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग ने कुछ दिन पहले बाकायदा पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को खत लिखकर पाकिस्तान की असली कबड्ी फैडरेशन की असलियत जाननी चाही थी। इसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर खेल मंत्रालय को एक पत्र भेजा गया जिसमें जल्द से जल्द देश की अधाकारिक कबड्ी टीम के बारे में बताने की हिदायत दी गई। लेकिन इस मामलेकी हकीकत बाहर आते ही सब के कान खडे हो गये। आनन फानन में भारतीय उच्चायोग ने वीजा अनुमति नहीं देने का फैसला लिया व कार्यक्रम रद् हो गया। बताया जाता है कि पी के एफ ही पाकिस्तान की अधिकारिक कबड्ी फैडरेशन है। जो न केवल पाकिस्तान स्पोर्टस बोर्ड से बावस्ता है बल्कि पाकिस्तान आलोंपिक ऐशोसियसन से संबद्घ है। लिहाजा यही संस्था विदेश में पाकिस्तान की टीम भेज सकती है। लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि भारत में बैठे यह लोग आखिर क्यों यह सब छुपाते रहे। यही वजह है कि इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग ने नई दिल्ली को भारतीय फैडरेशन के कामकाज की जांच करने की सलाह दी है।
मैच रद् होने से पहले फैडरेशन के महासचिव प्रो. जेपी शर्मा दावा किया कि कबडडी ग्रामीण और शहरी क्षेत्र का प्राचीन एवं लोकप्रिय खेल है। अमेतेयर सर्कल कबडडी फैडरेशन आफ इंडिया एशियर अमेतेयर सर्कल कबडडी फैडरेशन और व्लर्ड कबडडी फैडरेशन से संवद्धता प्राप्त है। वर्ष 1978 में गठित फैडरेशन की ओर से वरिष्ठ स्तर की 21 राष्ट्रीय सर्कल कबडडी चैंपियनशिप विभिन्न राज्यों में आयोजित कर चुकी है। इसके अतिरिक्त फैडरेशन चार जूनियर चैंपियनशिप, 4 फैडरेशन कप टूर्नामेंट और महिला-पुरुषों के चार नार्थ जोन सर्कल कबडडी चैंपियनशिप आयोजित कर चुकी है।
उन्होंने बताया कि पाक में कुछ आमाजिक तत्व अभी इस कोशिश में लगे है कि भारत में आयोजित होने वाले ऐसे मैचों से दोनों देशों में आपसी भाईचारा न बढ़े। शर्मा ने बताया कि पहले भी ऐसे लोगों ऐसी नकायाम कोशिश कर चुके हैं और उन्हें न्यायलय में मुंह कि खानी पड़ी थी । उसके बाद 1998 , 2001, 2002 व 2008 में भारत की कबडडी टीम पाक में चार मैच खेल चुके हैं। उन्होंने बताया कि पाक की टीम भारत में मैच खेल चुकी है। शर्मा ने बताया कि कुछ लोग अब भारत में होने वाले मैचों को लेकर गुमराह करने की कोशिश कर रहे, लेकिन उनके मनसूवों को कामयाव नहीं होने देगें। अगर वह अपनी हरकतों से वाज नहीं आए तो उन्हें पुन न्यायलय में खडा कर दिया जाएगा।

Posted by BIJENDER SHARMA on 1:39 AM. Filed under , , , . You can follow any responses to this entry through the RSS 2.0

0 comments for साचा कौन

Leave comment

Recent Entries

Recent Comments

Photo Gallery